तुमल भल लगाछो म्यासो दुतरी को तारो भरियो भकारो कना क...
खून को अपना रंग दिया है बुरूंश ने बुरूंश ने सिखाया ह...
जहरूवा को मौनो हरूवे नैं जौंनो कस च्योल भौ रे उ मकैं...
जा तन लागै है सखी, व तन जानै पीर। दूजे को दरसै नहीं,...
रहौट की तान गीता ओ गीता त्वैकैं ऊण पड़ल मड्वा रोटो सि...
बन्दूकी को बान दादू पतरौला, यथ लाये मन चित पतरौला उथ...
हिट कौशिला मेरि गाड़ी में घुमि आली गरूड़ ला। गरूड़ लैना...
हुण देश हुणियां को डांग बाजौ डुंगर बाजौ। हीरा भली बा...
मुझे प्रेम की अमर पूरी में अब रहने दो अपना सब कुछ दे...
अब छाया में गुंजन होगा, वन में फूल खिलेगे दिशा दिशा ...
प्यारे समुद्र मैदान जिन्हें नित रहे उन्हें वही प्यार...
मैं बनू वह वृक्ष जिसकी स्निग्ध छाया मे कभी थे रुके द...
हे मेरे प्रदेश के वासी, छा जाती वसन्त जाने से जब सर्...
नस्यूड़ी को साल हयूं पड़ो हिमाल ओखड़ी को गाल भैंसि पड़ो ...
भोलिया की हार, छातुला की धार, काणा कमस्यार, पड़नी तुस...
बांसुई का बन, मादुरी का कन, ताला माला खन, तै दिनै का...
झुमुरा की घान म्यार् सम्दी सोबान सन् इक्सठि में पैद ...
टेपुलिया राया, छनमन दाया, चंवली को साया, टादि गड़ो बा...
यह रंग चुनावी रंग ठैरा, इस ओर चला, उस ओर चला, तुम पर...
ध्वनियों से अक्षर ले आना- क्या कहने हैं। अक्षर से ध्...
आज हिमाल तुमन के धत्यूंछौ, जागौ-जागौ हो म्यरा लाल, न...
जहाँ न बस्ता कंधा तोड़े, ऐसा हो स्कूल हमारा, जहाँ न प...
Keishe Kah Doon In Saalon Men | कैसे कह दूँ, इन सालो...
सुरंगतटी रसखानमही धनकोशभरी यहु नाम रहयो। पद तीन बनाय...
छोटे पे पोशाक बड़े पे ना धोती ना टोपी है, कहै गुमानी ...
गुमानी जी की यह कविता उन्होने अपने गांव गंगोलीहाट के...
हिसालू की जात बड़ी रिसालू, जाँ जाँ ले जांछा उधेड़ी खां...
हटो फिरंगी हटो यहाँ से छोड़ो भारत की ममता हटो फिरंगी ...
नानी लछिमा त्यर चपल टुटल, लौंडा मौहना तेरि नौकरी छुट...
सिलगड़ी का पाला चाला ओ बांजा झुप्रयाली बांजा। कंलू फू...
गोरी गंगा भागरथी को क्या भलो रेवाड़, खोल दे माता खोल ...
छैला उमेदु रै बार् पड़ मंगला, छैला नदुली बै कपड़ा ऊनी ...
जब भगत सिंह के बलिदान को याद कर पहाड़ो में गूंजा था ...
प्यारा, भज भक्तन के हितकारी सिरी कृष्ण मुरारी हाँ हा...
सिद्धि करत यो गणपति, राज विघन हरत यो गणपति राज, अरघ ...
सिद्धि को दाता विघ्न विनाशन होली खेले गिरजापति नन्द...
सीता राम को ब्याह जनकपुर जाना है ।। कै लख आये रे हस्...
गढ़ छोड़ि दे लंका रावन, लंका जैसो कोट हमारो, समुंदर जै...
सय्यां साड़ी हमारी रंगाई क्यों न दे | saiyan saree hu...
सिद्धि को दाता विघ्न विनाशन होली खेले गिरजापति नन्द...
मलत मलत नैना लाल भये सखी डारो नयन में गुलाल बय्यां म...
कामिनी भर भर मारत रंग, भर भर मारत रंग कामिनी भर पिचक...
रंग चंगिलो देवर घर एरौछ । मेरो ननानो देवर घर एरौछ । ...
Daaliyon Naa Kaataa | डालियों ना काटा | Narendra Sin...
मालू ग्वीरालू का बीच खीनी सकीनी आहा, गोरी मुखडी मा ह...
मेरी डांडी कांठ्यूं का मुलुक जैली बसंत रितु मा जैई.....
क्या दिन क्या रात हेजी हो क्या दिन क्या रात कैन न नि...
Bolaa Bhai-Bandhoo Tumathain Hanoo Uttarakhand | बोल...
Sherda Bhal Cha | शेरदा भा्ल छा | Sher Da Anpad Kavi...
Aa Ha Re Sabha | आ हा रे सभा | Sher Da Anpad Kavita ...
नाई-सुप-माण नै, एक गास दिनै रै। भाई को भरौस होल, तू ...
इजुकी नराई लागैलि, म्यार आँसू घुरी आल मेरि मैतै ह्यू...
पूर्वत-पहाड़, भ्योल-भाड़, डाँडा-काँठा स्वर्ग समान मै...
याद है, वो नन्ही नन्ही गौरेया? कैसे सुबह सुबह चीं ची...
वहाँ हिमालय में, बर्फों पर निशान तो नहीं थे, पैरों ...
आज हर पहाड़ मुझको आग में जलता दिखता है। कोना कोना पहा...
दाज्यू, कूंछी के नि हुन हर बात पै कूंछी के नि हुन। क...
कुछ कुछ गांव सा बाकी है अभी मेरे शहर में, कुछ कुछ पह...