सय्यां साड़ी हमारी रंगाई क्यों न दे- २
पिया जो को पगड़ो हमरी चनरिया, एक ही रंग में हां एक ही रंग में
रंगाई क्यू न दे - सय्यां साड़ी….
पिया जी की अंगूठी हमरी नगनिया, एक ही गढ़ में हां एक ही गढ़ में
गड़ई क्यों न दे। - सय्यां साड़ी….
पिया को सावनुवां हमरो फागुनवा, एक ही रंग में हां एक ही रंग में
रंगाई क्यों न दे। संय्यां साड़ी ….