सुन्दरलाल बहुगुणा ने चिपको आन्दोलन द्वारा पेड़ों को काटने से बचाने की मुहिम शुरू की। और पूरे विश्वभर में वृक्षमित्र के नाम से प्रसिद्ध हुये | Sunderlal Bahuguna - Biography | Hindi | Associated W...
गौरा देवी का जन्म 1925 में नंदा देवी अभयारण्य के अन्तिम गाँव लाता, जिला चमोली में हुआ। अन्तर्राष्ट्रीय जगत में 'चिपको वूमन' नाम से मशहूर है। Gaura Devi-Chipko Women | Biography | Chipk...
श्री सकलानी की पैंतालीस वर्षों की लम्बी साधना से पुजार गांव के पहाड़ों की लगभग सौ हैक्टेयर बंजर भूमि दो लाख वृक्षों वाले लहलहाते वन में बदल चुकी है। Vishweshwar Dutt Saklani - Vriksh manav (Tree ...
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
21 मार्च 2022 को श्री पुष्कर सिंह धामी जी को सर्वसम्...
उत्तराखंड के लोकगायक एवं उत्तराखंड के गांधी के नाम स...
उत्तराखंड से आकर बॉलीवुड की सिनेमा नगरी में अपनी अवा...
शहीद श्री देव सुमन का टिहरी रियासत के बमुण्ड पट्टी क...
शेखर जोशी जी का जन्म अल्मोड़ा के ओलिया गांव, तहसील सो...
ब्रिटिश कमिश्नरी में कमिश्नर सबसे शक्तिशाली प्रशासनि...
पवेंद्र सिंह कार्की का नाम उत्तराखंड के महान लोकगायक...
बिच्छू घास दुनिया के अधिकतर देशों में पाये जाने वाली...
उत्तराखंड के नौजवानों ने हर स्तर पर अपने हुनर की अमि...
पवनदीप राजन ने डेढ़ साल की उम्र में अचानक थाली पर दाद...
उत्तराखण्ड का यह आंदोलन पेड़ो की रक्षा हेतु किया गया ...
बालो कल्याणचंद के पश्चात् रूद्रचंद गद्दी पर बैठा। प्...
अगर Sorry अंग्रेजी का विलक्षण शब्द है तो 'बल...
कुमाऊँ मंडल में सर्वाधिक झीलें नैनीताल जिले में है। ...
इंदिरा हृदयेश भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नेता, विधायक...
जटामांसी का पौधा एक फुट लम्बा होता है। इसके पत्ते दो...
इस लोकोत्सव का आयोजन गढ़वाल मंडल के पौड़ी जनपद में दे...
लीलाधर जगूड़ी, जन्म 1 जुलाई, 1944, स्थान धंगढ़ गाँव...
रणभूत कोथीक उत्सव का आयोजन टिहरी जनपद के भिलंगना ब्ल...