डोबरा चांठी पुल भारत और उत्तराखण्ड का सबसे लम्बा सिंगल लेन मोटरेबल सस्पेंशन पुल है। पुल की लम्बाई 725 मीटर हैऔर पुल की चैड़ाई सात मीटर है जिसमें साढ़े पांच मीटर पर वाहन चलते है। डोबरा चांठी पुल | ट...
"लक्ष्मी-आश्रम" कौसानी की संस्थापिका सुश्री सरला बहन की प्रेरणा से श्रीमती सचेता कृपलानी के मुख्य-मंत्री काल में, उन्हीं के द्वारा 6 अक्तूबर, 1964 ई० में अनासक्ति आश्रम का उद्घाटन समारोह हुआ। अना...
समुद्र तल से 1850 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मानिला रानीखेत और रामनगर से 80 किमी. की दूरी पर स्थित है। अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से 125 किमी. की दूरी पर स्थित मानिला | Manila - Oldest Beauty Spot | Man...
आसन कंजर्वेशन रिजर्व को 21- 7- 2020 ( Date of Declaration in RAMSAR Wetland Sites ) को रामसर कन्वेंशन साइट की सूची में शामिल कर लिया गया है। इस तरह यह भारत का 38वां वेटलैंड ( नमभूमि क्षेत्र ) तथा...
कसारदेवी - कालीमठ पर्वत श्रृंखला घने वृक्षों से आच्छादित सौन्दर्य से परिपूर्ण एक शांतिप्रद रमणीक स्थल है जो ज्ञान की तलाश कर रहे साधकों को बर्बस अपनी ओर आकर्षित करता है। Kasar Devi or Kalimath Hi...
नैनीताल स्थित राजभवन एक ऐतिहासिक भवन है, जो कि आजादी से पहले अंग्रेजों के समय काल का बना है। इसे गवर्नमेंट हाउस के नाम से भी जाता है। इस राजभवन की स्थापना 27 अप्रैल 1897 को किया गया था। जो कि 190...
देश की प्राचीन सप्तपुरियों में से एक हरिद्वार पर्यटन और तीर्थाटन की दृष्टि से उत्तराखण्ड ही नहीं बल्कि विश्व का एक बड़ा केन्द्र है। हरिद्वार केवल चार धामों का प्रवेशद्वार है। Haridwar | History |...
उत्तराखण्ड की ऐतिहासिक धरोहरों में से एक लाउडन फोर्ट पिथौरागढ़ में स्थित है। 1790 के बाद कुमाऊँ गोरखा शासन में आ जाने के बाद इसका निर्माण गोरखाओं द्वारा किया गया और इसका नाम बाउलकीगढ़ किला रखा गया ...
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
शहीद श्री देव सुमन का टिहरी रियासत के बमुण्ड पट्टी क...
21 मार्च 2022 को श्री पुष्कर सिंह धामी जी को सर्वसम्...
उत्तराखंड के लोकगायक एवं उत्तराखंड के गांधी के नाम स...
शेखर जोशी जी का जन्म अल्मोड़ा के ओलिया गांव, तहसील सो...
उत्तराखंड से आकर बॉलीवुड की सिनेमा नगरी में अपनी अवा...
बछेन्द्री पाल माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारती...
ब्रिटिश कमिश्नरी में कमिश्नर सबसे शक्तिशाली प्रशासनि...
अनुराधा निराला जी तब से उत्तराखंड की सुरीली आवाज से ...
पवेंद्र सिंह कार्की का नाम उत्तराखंड के महान लोकगायक...
बिच्छू घास दुनिया के अधिकतर देशों में पाये जाने वाली...
प्राइमरी स्कूल की मास्टरी से जीवन का प्रारम्भ कर भौग...
मोहन उप्रेती का जन्म अल्मोड़ा नगर रानीधारा में सन् 19...
मेजर राजेश सिंह अधिकारी भारतीय सेना के अधिकारी थे जि...
राजा प्रतापशाह के स्वर्गवास के बाद, कीर्तिशाह का राज...
शायद बहुत कम ही बता पायेंगे कि वह द्वाराहाट निवासी म...
पहाड़ी लोगो के लिये जंगल किसी वरदान से कम नहीं होता। ...
कफ्फू चौहान उप्पूगढ़ का इतिहास प्रसिद्ध गढ़पतिआन-बान...
इस वाद्य का प्रयोग वैवाहिक अवसरों पर किया जाता है। च...
श्री महादेव गिरी महाराज पिन्डारी ग्लेशियर में तप किय...
गढ़वाल के वीर भड़ों में हिंडवाण जाति के वीर 15वीं-1...