कहा जाता है कि मासी का सोमनाथ मेला कभी इस क्षेत्र में नस्यूड़ों के लिए प्रसिद्ध था। नस्यूड़े खरीदने के लिए साल भर इंतजार किया जाता था Nasyuda - Agricultural Equipment | Uttarakhand | नस्यूड़ा - कृ...
यह आकार एवं बनावट में दनेला की तरह ही होता है। दनेला और सतघनी में अन्तर इतना ही होता है कि इसमें छ: की बजाय सात घाने अपेक्षाकृत छोटे, प्रयोग में लाये जाते हैं। Satdhani - Agricultural Equipment |...
सूपे का प्रयोग मुख्यतया अनाज को बीनने, फटकने से कूड़ा-करकट दूर करने के लिए किया जाता है। सूप से कूड़ा-करकट दूर करने की प्रक्रिया को बताड़' कहा जाता है। Supa - Agricultural Equipment | Uttara...
बांस, रिंगाल व भिशूल से तैयार डाला घरेलू व कृषि दोनों कार्यों में प्रयोग में लाया जाता है। घास, गोबर, लकड़ी अनाज इत्यादि ले जाने के लिए डाला बहुत उपयोगी उपकरण है। Daal - Agricultural Equipment | ...
मिट्टी के बड़े खेलों को तोड़कर मिट्टी भुरभुरी बनाने हेतु डेलर उपयोग में लाया जाता है। डेलर का निर्माण 6 इंच लम्बी व 3 इंच चौड़ी सूखी लकड़ी से किया जाता है जिसके मध्य जाता में लगभग 1½ इंच मोटा छिद...
कृषि-कार्य में प्रयुक्त कुछ कुमाऊँनी शब्द और अर्थ | झाल =झाड़ी ,लता और बेल आदि का घेरा,फैली हुई बेल "गदुव क झाल " | Kumauni | Agriculture | कृषि-कार्य में प्रयुक्त कुछ कुमाऊँनी शब्द
रुगड़ से बांस की पतली खपच्चियों से छलनी की तरह बना रुगड़ का प्रयोग। अनाज में से डंठल इत्यादि हल्के-मोटे अनावश्यक कूड़ा-करकट निकालने में किया जाता है Rungadh - Agricultural Equipment | Uttarakhand...
मिट्टी को भुरभुरी बनाने व खरपतवार निकालने के लिए दनेला का प्रयोग किया जाता है। इसे दन्याव या दन्याइ भी कहा जाता है। Daneli - Agricultural Equipment | Uttarakhand | दनेला - कृषि उपकरण | उत्तराखंड
यह खेत की जुताई यानि मिट्टी चीरने के काम में प्रयोग लाया जाने वाला प्रमुख उपकरण है। इसमें बहाण (लोहे की नुकीली छड़ यानि फाल) को छोड़कर अन्य सभी भाग लकड़ी से ही बने होते हैं। Hal - Agricultural eq...
जुवा बैलों के कंधों (कानी) पर ज्योतिड़ की सहायता से लटकाया जाता है जिसका सम्पर्क नाड़ा। की मदद से लाठा यानि सम्बन्धित उपकरण से होता है। Ju or Juwa - Agricultural Equipment | Uttarakhand जू या जुव...
जौव के पास ही लाठे पर एक रस्सी बंधी होती है। इसी रस्सी के सहारे खेत की मिट्टी भुरभुरी व सपाट करते हुए हल्का व भारी हाथों से जोव लगाया जाता है। Jow - Agricultural Equipment | Uttarakhand | जौव - क...
ये सामान्यत: अनाज को खेतों में बोने (बुवाई) के समय उपयोग में लाये जाते हैं। आजकल रासायनिक खाद को भी टुपर में रखकर खेतों में छिड़का जाता है। Tupar - Agricultural Equipment | Uttarakhand | टुपर - क...
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
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शेखर जोशी जी का जन्म अल्मोड़ा के ओलिया गांव, तहसील सो...
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वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ मुरली मनोहर जोशी जी ग्राम गल्ली...
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त्रिलोक सिंह बसेड़ा का जन्म ग्राम भंडारी जिला पिथौराग...
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ख्याति प्राप्त इतिहासविद, लेखक, पर्यावरण और वानिकी श...