भूगोल से आप एम.ए. पी.एच. डी. थे, किन्तु आठ वृहद भागों में उत्तराखण्ड का अप्रतिम इतिहास लिखकर एक महान इतिहासकार के रूप में सत्यापित हुए। इन्होंने अपनी रचनाधर्मिता मूलतः एक अनुवादक और तदनन्तर एक ओज...
घनश्याम रतूड़ी का जन्म एक सामान्य पुरोहित परिवार में 18 मई 1934 को हुआ था। जिनको हम घनश्याम सैलानी के नाम से जानते हैं। घनश्याम रतूड़ी 'सैलानी' - जीवनी | चिपको आन्दोलन | Ghanshyam Raturi ...
"प्रकृति के सुकुमार कवि" कहे जाने वाले सुमितानंदन पंत जी जिनका असली नाम गोसाइन दत्त था। पंत जी का जन्म कौशानी गांव, बागेश्वर जिले में हुआ था। प्रारम्भिक शिक्षा कौसानी के बाद उच्च शिक्षा अल्मोड़ा स...
भगवती प्रसाद पांथरी गढवाली भाषा व साहित्य के सुप्रसिद्व कवि थे। गढवाली साहित्य में पान्थरी युग के कर्णधार भगवती प्रसाद पान्थरी माने जाते हैं। भगवती प्रसाद पांथरी - गढवाली भाषा व साहित्य के सुप्रस...
श्री भजन सिंह की गढ़वाल के वैभवशाली अतीत के प्रति गहरी जिज्ञासा थी। उन्होंने उत्तराखण्ड के इतिहास के विवादित विषय आर्यों का आदि निवास को लेकर तीस वर्षों के गहन अध्ययन किया Bhajan Singh ‘Singh’ ...
गढ़वाली भाषा के प्रथम नाटककार प. भवानी दत्त थपलियाल का जन्म 1867 में गढ़वाल की पट्टी मवालस्यूं के खैड़ ग्राम में हुआ। प. भवानीदत्त के पिता विष्णुदत्त पटवारी थे। भवानीदत्त थपलियाल 'सती' - ग...
गिर्दा ने अपने गीतों, कविताओं से उत्तराखण्ड में समय-समय पर चले जनांदोलनों चिपको, नशा नहीं-रोजगार दो, उत्तराखण्ड आंदोलन और इन दिनों चलाए जा रहे ‘नदी बचाओ आंदोलन’ को नए तेवर दिए। Girish Tiwari Girda
गोविंद प्रसाद पहले गढ़वाली थे जिन्होंने इंटरमीडिएट पास किया था। गढ़वाल के पहले ग्रेजुएट। हितोपदेश का गढ़वाली अनुवाद किया। औथेलो और गोल्ड स्मिथ के काव्य हरमिट का हिन्दी में अनुवाद किया था। गोविन्द...
गोविन्द बल्लभ पंत उन व्यक्तियों में से थे जिन्होंने हिंदी साहित्य जगत को अपनी कृतियों द्वारा एक ऊंचा मंच प्रदान किया। Govind Ballabh Pant - Dramatist and Writer | Biography | गोविंद बल्लभ पंत - न...
इनका मूल नाम लोकनाथ / लोकरत्न था। गुमानी पंत संस्कृत और हिन्दी के कवि थे। पंत जी कुमाऊँनी के साथ साथ नेपाली बोली के भी प्रथम कवि थे। इन्हे खड़ी बोली का प्रथम कवि भी माना गया है। Gumani Pant or L...
गुणानन्द डंगवाल 'पथिक' का जन्म सन् 1913 में टिहरी जिले की ग्यारह पट्टी के खसेती ग्राम में हुआ था। इनका पूरा जीवन बदलाव की लड़ाई के लिये समर्पित रहा। गुणानन्द डंगवाल 'पथिक' | रा...
गौरीदत्त पाण्डे (गौर्दा) कुमाऊॅंनी के राष्ट्रवादी विचारधारा के संवाहक कवि थे। सुमित्रानन्दन पंत गौर्दा को पहाड़ी भाषा के संगीत तथा व्यंजना शक्ति का कुशल पारखी मानते हैं। गौरीदत्त पाण्डे - गौर्दा -...
हिन्दी और गढ़वाली के कवि, लेखक, कथाकार, उपन्यासकार, आलोचक, नाटककार, साहित्यकार, संग्राहक और अनुवादक। गढ़वाल की माटी का लेखक और कृतिकार। अबोध बन्धु बहुगुणा - जीवनी | लेखक | Abodh Bandhu Bahuguna ...
शंकरदत्त जोशी की प्रारंभिक शिक्षा प्राइमरी पाठशाला पजीना, लमगड़ा, अल्मोड़ा से हुई। जोशी जी ने इंटर सर्वोदय इंटर कॉलेज जैंती से उत्तीर्ण किया। शंकर दत्त जोशी - जीवनी | कुमाउनी कवि | Sankar Dutt Josh...
डॉ शेखर पाठक उत्तराखंड के एक भारतीय इतिहासकार, लेखक और शिक्षाविद् है। वह पीपल्स एसोसिएशन फॉर हिमालयन एरिया रीसर्च के संस्थापक भी है। पहर एक गैर लाभकारी संस्था है शेखर पाठक - जीवनी | उत्तराखंड | ल...
शेखर जोशी जी का जन्म अल्मोड़ा के ओलिया गांव, तहसील सोमेश्वर में एक किसान परिवार में हुआ था। इनकी शिक्षा देहरादून व अजमेंर में सम्पन्न हुई। Shekhar Joshi | Biography | Dajyu | Book | शेखर जोशी | जी...
शेरदा का जन्म 13 अक्टूबर 1933 अल्मोड़ा से कुछ दूरी पर स्थित माल गांव में हुआ। बचपन में ही इनके पिता श्री बचेसिहं जी का देहांत हो गया। Sher Singh Bisht - Sherda Anpad | Kumaoni Kavi | Biography | श...
Sher Singh Pangtey | Biography | शेर सिंह पांगती | जीवनी
शैलेश मटियानी एक प्रसिद्ध उपन्यासकार व कहानीकार थे। इनका जन्म अल्मोड़ा के बाड़ेछीना गांव में हुआ था। जब ये पांचवी कक्षा में पढ़ते थे तभी इनके माता पिता का देहान्त हो गया था।Shailesh Matiyani - Rames...
वर्ष 2005 के साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित उपन्यासकार, पत्रकार व पटकथाकार मनोहर श्याम जोशी हिन्दी के उन बिरले लेखकों में थे, जिनकी साहित्य की दुनिया के बाहर भी एक विशिष्ट पहचान है। Manohar ...
मंगलेश डबराल समसामयिक विषयों पर धारदार लेखन के लिए चर्चित पत्रकार एवं लेखक। जन्म गाँव काफलपानी, जुवा पट्टी, टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड Manglesh Dabral - Biography | Sahitya Akademi | Books | मंगलेश ...
मथुरादत्त मठपाल का जन्म 29 जून 1941 को भिकियासैंण के नौला गांव में हुआ था। मठपाल जी के पिता एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। मथुरा दत्त मठपाल - कुमाउनी कवि साहित्यकार | Mathura Dutt Mathpal - Bio...
आधुनिक हिंदी साहित्य एवं मनोविज्ञान के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वालों में इलाचंद्र जोशी प्रमुख हैं। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। विभिन्न लेखक विद्याओं पर गंभीर रचनाएँ उनकी हिंदी साहित्य को अ...
कमल साहित्यालंकार का मूल नाम बलिराम कमल था। कवि, नाटककार, उपन्यासकार, कहानीकार, चिन्तक और विचारक। एक शाश्वत साहित्यकार। कमल साहित्यालंकार - जीवनी | उत्तराखंड | Kamal Sahityalankar - Biography | B...
रस्किन बांड - बाल साहित्य पर सर्वाधिक लिखने वाला सम्भवतः देश का पहला अंग्रेज साहित्यकार। साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित। रस्किन बांड - जीवनी | आत्मकथा | पुस्तकें | परिचय | उत्तराखंड | Ruskin...
श्री रमाप्रसाद घिल्डियाल 'पहाड़ो' उस जमाने के पहाड़ी हैं जब पहाड़ी कहलाना एक गालो समझा जाता था और जब हिन्दी में पहाड़ों के बारे में लिखना-लिखाना होता ही नहीं था। रमाप्रसाद घिल्डियाल ...
रामदत्त जोशी जोशी जी की प्रारम्भिक शिक्षा घर पर ही हुई। कुछ समय हल्द्वानी बेलेजली लौज में चलने वाले मिशन स्कूल में शिक्षा ग्रहण की, तदुपरान्त पीलीभीत स्थित ललित हरि संस्कृत विद्यालय में अध्ययनार्...
देवकी महरा का नाम कुमाउनी कवियों में काफी ऊपर लिया जाता है। इन्हें कुमाउनी भाषा की महादेवी भी कहा जाता है। अपनी सुरीली आवाज में कविता पाठन करने के कारण उन्हें कुमाऊँ कोकिला भी कहा जाता है। देवकी ...
विशेष मानसखण्ड ग्रंथ के लेखन हेतु कुमाऊँ क्षेत्र के छ: जनपदों की अनेक शोधपूर्ण यात्राएँ की गयी, जिसमें सवा सौ से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों की यात्रा एवं उनका स्वयं खींचा गया वृहद् फोटो संकलन प्रमुख ...
लीलाधर जगूड़ी, जन्म 1 जुलाई, 1944, स्थान धंगढ़ गाँव, उपली रमोली, टिहरी गढ़वाल। हिन्दी साहित्य के प्रतिनिधि कवि, लेखक और सम्पादक। लीलाधर जगूड़ी - जीवन परिचय | कविताएं | रचनाएँ | लेखक | Leeladhar J...
कर्मान्चल की कोख से विद्वान, टीकाकार, अनुवादक, सम्पादक और प्राचीन भारतीय लिपियों में लिखे संस्कृत ग्रंथो और पांडुलिपियाँ को पढ़ने वाले अकेले विद्वान पण्डित जनार्दन पाण्डेय। जनार्दन पाण्डे - जीवन...
एडवर्ड जेम्स कॉर्बेट, जिन्हें दुनिया जिम कॉर्बेट के नाम से जानती है, का जन्म 25 जुलाई 1875 को नैनीताल में हुआ। जिम, क्रिस्टोफर व मेरी जेन कॉर्बेट की आठवीं संतान थे। Jim Corbett - Edward James Cor...
सरस्वती के वरद पुत्र ‘काफल पाक्कू’ के अमर गायक, चन्द्रकुँवर बर्त्वाल, ने अपनी कालजयी कविताओं में हिमालय का ज्वलन्त जीवन रूप साकार किया है। Chandra Kunwar Barthwal | Biography | Poems | Kavita | च...
कुमाऊँनी कवि चारु चन्द्र पांडे एक विलक्षण व्यक्तित्व से सम्पन्न हैं। कुमाऊंनी भाषा साहित्य के मर्मज्ञ श्री चारु चन्द्र पाण्डे का जन्म 23 मार्च, 1923 को ग्राम कसून तल्ला, स्यूनरा, जिला अल्मोड़ा मे...
विनोद पंत जी का जन्म ग्राम खंतोली, बागेश्वर में श्रीमती लीलावंती और श्री रामदत्त पंत जी के वहां हुआ था। इन्होंने प्रारंभिक शिक्षा घर औऱ गांव के विद्यालय से प्राप्त की। विनोद पंत - जीवनी | कुमाउनी...
विद्यासागर नौटियाल का जन्म 29 सितम्बर 1933 मालीदेवल, जुवा पट्टी, टिहरी गढ़वाल में हुआ। हिन्दी साहित्य के श्रेष्ठ कथाकार। विद्यासागर नौटियाल जी को पहाड़ का प्रेम चन्द्र भी कहा जाता है। Vidyasagar N...
हिन्दी के प्रसिद्ध कवि वीरेन डंगवाल का जन्म टिहरी गढ़वाल के कीर्तिनगर में 5 अगस्त, 1947 को हुआ। इनके पिता प्रदेश सरकार में कमिश्नरी के प्रथम श्रेणी अधिकारी थे। Viren Dangwal - Biography | Hindi Po...
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
शहीद श्री देव सुमन का टिहरी रियासत के बमुण्ड पट्टी क...
21 मार्च 2022 को श्री पुष्कर सिंह धामी जी को सर्वसम्...
उत्तराखंड के लोकगायक एवं उत्तराखंड के गांधी के नाम स...
शेखर जोशी जी का जन्म अल्मोड़ा के ओलिया गांव, तहसील सो...
उत्तराखंड से आकर बॉलीवुड की सिनेमा नगरी में अपनी अवा...
बछेन्द्री पाल माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारती...
ब्रिटिश कमिश्नरी में कमिश्नर सबसे शक्तिशाली प्रशासनि...
अनुराधा निराला जी तब से उत्तराखंड की सुरीली आवाज से ...
पवेंद्र सिंह कार्की का नाम उत्तराखंड के महान लोकगायक...
बिच्छू घास दुनिया के अधिकतर देशों में पाये जाने वाली...
यह स्थान अल्मोड़ा कफड़खान मोटर मार्ग में शैल गांव से...
यह आंदोलन स्वतंत्रता से पूर्व का आंदोलन था। वन कानून...
चतुर किन्तु कुटिल राजनीतिज्ञ, वीर, साहसी, दूरदर्शी, ...
बद्री दत्त पाण्डेय का जन्म कनखल, हरिद्वार में हुआ था...
महारानी कर्णावती ने देहरादून गाँव बसाया था। इसके अति...
महान संत श्री बाबा नीम करौली जी का जन्म ग्राम अकबरपु...
Rifleman Jaswant Singh Gorla Rawat, who gave his lif...
शेरदा का जन्म 13 अक्टूबर 1933 अल्मोड़ा से कुछ दूरी पर...
चन्द राजवंश पर गहन और विस्तृत में लिखने वाले इतिहासक...
प्रजा हितैषी और न्यायप्रिय शासक। अल्मोड़ा नगर को बसा...