एडविन टी. एटकिन्सन ने अपने 'हिमालयन डिस्ट्रिक्ट्स' के पृष्ठ 297 से 350 में स्कान्द के तथा-कथित 'मानसखण्ड तथा 'केदारखण्ड' का सार दिया है। किन्तु विद्वान् लेखक का यह विवरण ...
उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध व्यक्तियों जिन्हें उनके कार्यों से उनके उपनाम से जाना जाता है. उत्तराखंड के प्रसिद्ध व्यक्तियों के उपनाम | उत्तराखंड के प्रमुख व्यक्तियों के उपनाम | Nicknames of famous peo...
पर्वतीय गाँवों में पूजापाठ की पुस्तकों के साथ अमरकोश की पाण्डुलिपियाँ मिलने से भी यह प्रतीत होता है कि संस्कृत भाषा के पर्यायवाची शब्दों पर लिखी यह पुस्तक विशेष लोकप्रिय रही है और पहाड़ की मध्यकाल...
कुमाऊँ में श्राद्ध के अवसर पर तिमुल के पत्तल बनाकर उनमें पितरों के निमित्त भात, दाल, सब्जी, रायता, चटनी, खीर, मिठाई, फल, बड़ा और पूरी रखरक पुरोहित को खिलाने का रिवाज है। उसे 'पातली' कहते...
भाबर एवं तराई के प्रान्त प्राचीनकाल से ही पर्वतीय राज्यों के अविच्छिन्न अंग रहे हैं। नेपाल, कूर्माचल, गढ़वाल एवं हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ों के तटवर्ती मैदानी भाग पर्वतीय कृषक की अमूल्य थाती रह...
राजा टोडरमल के पुत्र द्वारा यह भेंट लाहौर में हुई। अकबर रुद्रचन्द्र के तेजस्वी व्यक्तित्व से बहुत प्रभावित हुआ। उसने रुद्रचन्द्र से नागौर लेने में सहायता मांगी। तराई-भाबर का इतिहास - 2 | कुमाऊँ ...
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
21 मार्च 2022 को श्री पुष्कर सिंह धामी जी को सर्वसम्...
उत्तराखंड के लोकगायक एवं उत्तराखंड के गांधी के नाम स...
उत्तराखंड से आकर बॉलीवुड की सिनेमा नगरी में अपनी अवा...
शेखर जोशी जी का जन्म अल्मोड़ा के ओलिया गांव, तहसील सो...
शहीद श्री देव सुमन का टिहरी रियासत के बमुण्ड पट्टी क...
ब्रिटिश कमिश्नरी में कमिश्नर सबसे शक्तिशाली प्रशासनि...
पवेंद्र सिंह कार्की का नाम उत्तराखंड के महान लोकगायक...
बिच्छू घास दुनिया के अधिकतर देशों में पाये जाने वाली...
बछेन्द्री पाल माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारती...
घुघुतिया त्यौहार को मकर संक्रांति भी कहा जाता है क्य...
इस राजा के और भी नाम मिले हैं। सीरा से प्राप्त चंदों...
नारायण दत्त तिवारी गुदड़ी के वह लाल हैं जिन्होंने भार...
बॉलीवुड के बड़े—बड़े सितारों के साथ काम कर चुकीं उर्...
बेडू जून में पकता है। यह भी स्वत: उगने वाला जंगली वृ...
समेर अधिकारी चन्द राजवंश कालीन अनदेखा राजभक्त, जिसने...
मुंशी हरि प्रसाद टम्टा उत्तराखंड के दलित शोषित समाज ...
भट्ट की चुड़काणी हर मौसम में खायी जाती है। गरम होने क...
‘जागर’ का शाब्दिक अर्थ जगाने से है, जब देव-आख्यानों ...
बुक्सा (भोक्सा) उत्तराखण्ड़ की 5 अनुसूचित जनजातियों म...