डॉ. मठपाल उत्तराखण्ड की अकेली प्रतिभा हैं जो सच्चे अर्थों में उत्तराखण्ड की संस्कृति, साहित्य और पुरातत्व को समर्पित हैं। आप अब तक गुफाकला, काष्ठ कला और चित्रकला पर कई श्रेष्ठ पुस्तकों का सृजन कर...
चम्पावत नगर से लगभग पौन किलोमीटर दूर ऊंचे स्थान पर राजा का सिंहासन निर्मित है। यह आज के युग में खुले गगन के तले है। Kings Throne Champawat | How to Reach | राजा का सिंहासन चम्पावत | कैसे पहुंचा ...
बधान गढ़ी बागेश्वर-कर्णप्रयाग मुख्य सड़क मार्ग के मध्य ग्वालदम अथवा बीनातोली लगभग 65 किमी. तक, छोटे अथवा बड़े वाहन से यात्रा की जा सकती है। जाने पूरा इतिहास एवं पुरातत्व History and Archeology of Ba...
बाणासुर का किला। इसे स्थानीय लोग बानेकोट या बाणाकोट भी कहते हैं। बद्रीदत्त पाण्डेय ने 'कमाऊँ का इतिहास' में इसके लिए बौन कोट नाम का प्रयोग किया है। Banasur Fort | History | Kila | Lohag...
लखुडियार अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ मुख्य सड़क मार्ग दलबैण्ड अथवा हनुमान मन्दिर के निकट ग्राम दिगोली की सीमा में विद्यमान है। हिमालय की गोद बिनसर से निकलती दो सरितायें जहाँ से एक ओर सर्पाकार वर्तुल में उत्त...
एक हतिया नौला चंपावत के समीपवर्ती ढकना गाँव से 3 किमा. की दूरी पर स्थित है। देवदार और बांज के वृक्षों के घने व वीरान जंगल के मध्य में प्राचीन कुमाऊँ की स्थापत्य के एक अत्यन्त उत्कृष्ट उदाहरण है। ...
प्राकृतिक चट्टानों, शिला खण्डों और शिला-पट्टों (पटालों) में विभिन्न प्रकार के धंसाव अज्ञात अतीत से बनाये जाते रहे हैं। पुराविद् इनको “कप-मार्क/क्युपुले” (Cup-mark/ Cupile) नाम से पहचानते हैं। चूं...
चांदपुर गढ़ उत्तराखंड के सबसे प्रमुख गढ़ों में से एक है। चमोली जिले के चांदपुर क्षेत्र में आदिबद्री के प्रसिद्ध मंदिर समूह से महज तीन किलोमीटर दूर एक ऊँची टेकड़ी पर स्थित है Chandpur Gadi | Histo...
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
21 मार्च 2022 को श्री पुष्कर सिंह धामी जी को सर्वसम्...
उत्तराखंड के लोकगायक एवं उत्तराखंड के गांधी के नाम स...
उत्तराखंड से आकर बॉलीवुड की सिनेमा नगरी में अपनी अवा...
शेखर जोशी जी का जन्म अल्मोड़ा के ओलिया गांव, तहसील सो...
शहीद श्री देव सुमन का टिहरी रियासत के बमुण्ड पट्टी क...
ब्रिटिश कमिश्नरी में कमिश्नर सबसे शक्तिशाली प्रशासनि...
पवेंद्र सिंह कार्की का नाम उत्तराखंड के महान लोकगायक...
उत्तराखंड के नौजवानों ने हर स्तर पर अपने हुनर की अमि...
पवनदीप राजन ने डेढ़ साल की उम्र में अचानक थाली पर दाद...
बिच्छू घास दुनिया के अधिकतर देशों में पाये जाने वाली...
महान संत श्री बाबा नीम करौली जी का जन्म ग्राम अकबरपु...
शेरदा का जन्म 13 अक्टूबर 1933 अल्मोड़ा से कुछ दूरी पर...
राम सिंह धौनी , सन 1921 में देश में सर्वप्रथम जयहिन्...
उत्तराखंड के मशहूर लोकगायक मंगलेश डंगवाल ने अपने लोक...
त्रेपन सिंह नेगी टिहरी जनक्रान्ति के प्रथम पंक्ति के...
कुमाऊँ में राष्ट्रीय विचारों को फैलाने व स्वाधीनता आ...
उत्तराखंड के अल्मोड़ा ज़िले के खूँट नामक पर्वतीय गाँव ...
ये सामान्यत: अनाज को खेतों में बोने (बुवाई) के समय उ...
एडविन टी. एटकिन्सन ने अपने 'हिमालयन डिस्ट्रिक्ट...
हिमालय के गंगोत्री समूह के अंतर्गत आने वाला चौखम्बा ...