उत्तराखण्ड में नरसिंह को भगवान विष्णु के बावन अवतारों में से एक अवतार की जगह वीररूप में पूजा जाता है। ये आधिव्याधि और संकट दूर करने वाले जोगी देवता हैं। Narsingh | Uttarakhand Folk Gods | Jagar |...
लोक गाथाओं में सैंम को गुरु गोरखनाथ का शिष्य, कालितारा का पुत्र, राजा निकन्दर का दौहित्र, गोरिल का मामा और हरीचंद “हरू” का भाई बताया जाता है। सैम देवता की कथा | उत्तराखंड | कहानी | जागर | Sam Dev...
भुमियाल देवता को उत्तराखंड में भूमि या फसलों को जंगली जानवरों और प्राकृतिक आपदाओं से बचाने व रक्षा करने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है। भूमियाल देवता या क्षेत्रपाल देवता उत्तराखंड | Bhumiyal...
महासू देवता जौनसार - बावर व हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों के इष्टदेवता के रूप में पूजे जाते हैं। वे यहां न्याय के देवता माने जाते हैं तथा इनके मंदिर को न्यायालय के रूप में माना जाता हैं। महासू ...
कालान्तर में सम्पूर्ण कुमाऊँ, विशेषतः पाली पछाऊँ और कफड़खान के आसपास क्षेत्र में आज तक देवता रूप में पूजित। लोक कथाओं में कलबिष्ट और कलुवा नामों से भी प्रसिद्ध है। Kalyan Bisht | Dana Golu | Kal ...
कुमाऊँ में कहावत प्रचलित है- औना हरू हरपत, जौना हरू खरपत अर्थात हरू के आने से वैभव आता है और जाने से विपत्ति। कत्यूरधा मे हर तीसरे वर्ष इसकी पूजा होती है। हरिश्चंद | हरू | हरज्य् - कुमाऊँ का लोक ...
ऐड़ी भी ग्वेले की भांति कूर्मांचल का लोकप्रिय देवता है। लोक विश्वास है कि वह प्रतिदिन रात्रि में अपने क्षेत्र का भ्रमण करता है Airi or Aidi or Ari Devta | Biography | Lok Devta | Folk God | Uttar...
झालीमाली का अर्थ है- सुन्दर, सजी-धजी दिखने वाली देवी। झालीमाली शब्द झालमाल से बना है, जिसका भाव है अपने कुटुम्ब के साथ फलाफूला समाज। झालीमाली संम्पूर्णता का प्रतीक है। halimali Devi - Lok Devi | ...
चौमू देवता मार्गदर्शक व पशुचारकों के देवता होते है। चौमू देवता के मंदिर चंपावत के चमलदेव, पिथौरागढ़ के चैपाता में भी है| जंगल गयी गायों के रास्ता भटकने गावों तक पहुंचाता है। चौमू देवता - रयूनी | द...
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
शहीद श्री देव सुमन का टिहरी रियासत के बमुण्ड पट्टी क...
21 मार्च 2022 को श्री पुष्कर सिंह धामी जी को सर्वसम्...
उत्तराखंड के लोकगायक एवं उत्तराखंड के गांधी के नाम स...
शेखर जोशी जी का जन्म अल्मोड़ा के ओलिया गांव, तहसील सो...
उत्तराखंड से आकर बॉलीवुड की सिनेमा नगरी में अपनी अवा...
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अनुराधा निराला जी तब से उत्तराखंड की सुरीली आवाज से ...
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उत्तराखण्ड के उत्तर मध्य कालीन इतिहास में तराई क्षेत...
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भारत क मध्य पहाड़ी क्षेत्र के अन्तर्गत उत्तराखण्ड प्...
पौढ़ी गढ़वाल के उफरैंखाल गांव में 1989 में यह आंदोलन क...
लोक गाथाओं में सैंम को गुरु गोरखनाथ का शिष्य, कालिता...