उत्तराखण्ड में नरसिंह को भगवान विष्णु के बावन अवतारों में से एक अवतार की जगह वीररूप में पूजा जाता है। ये आधिव्याधि और संकट दूर करने वाले जोगी देवता हैं। इनके प्रमुख दो रूप - डौडया नरसिंह अत्यधिक क्रोधी व दुधिया नरसिंह कोमल भावना, दयाप्रिय हैं। दुधिया नरसिंह का मंदिर जोशीमठ में है। इन्हें बद्रीनाथ का मामा कहा जाता है, इनको रोट चढ़ाया जाता है। नरसिंह के जागर गीतों में इन्हें काली के पुत्र के रूप में जाना जाता है। इनका सम्बन्ध शिव इन्द्र और स्वर्गलोक के सभी देवताओं से बताया जाता है।
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: वाट्सएप उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें: फेसबुक पेज उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
हमारे YouTube Channel को Subscribe करें: Youtube Channel उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि