नंदा गौर यौजना में कन्या के जन्म से लेकर उसकी पढ़ाई व विवाह तक आर्थिक रूप से मदद की जाती है। Nanda Gaura Yojna 2021 Uttarakhand | Form | Eligibility | Document | नंदा गौरा योजना 2021 उत्तराखंड | फ...
उत्तराखंड के जौनसार - बावर क्षेत्र में एक अनूठी परम्परा मनाई जाती है। जिसे नमक - लोटा कमस कहा जाता है। यह कसम एक तरह की जुबानी संकल्प है जिसकी किसी रजिस्टर्ड एग्रीमेंट से भी अधिक अहमियत मानी जाती...
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर इस बार उत्तराखण्ड की ओर से मानसखंड की झांकी का चयन किया गया है। गणतंत्र दिवस 2023 परेड | उत्तराखण्ड | “मानसखंड” | झांकी |
शाम 7:00 बजे सोशल मीडिया के फेसबुक पेज "विविधा" और यूट्यूब के माध्यम से प्रसारित किया जाने वाला यह शो, शिक्षा रचनात्मकता जैसी तमाम गतिविधियों का एक ऐसा सामंजस्य केंद्र बन चुका है। The Teachers Sh...
मूल रूप से लोहाघाट चंपावत की रहने वाली मंजू टम्टा जी का जन्म दिल्ली में हुआ। अलग-अलग तरह से डिजाइन कर नए रूप में तैयार की गई पिछौड़ी की यह पहल अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे, इसके लिए उन्होंने सो...
मुंशी हरि प्रसाद टम्टा उत्तराखंड के दलित शोषित समाज के सर्वप्रिय नायक। दलित समाज को शिल्पकार नाम से परिचित कराने वाले पहले समाजसेवी। कुमाऊँ शिल्पकार सभा के संस्थापक। मुंशी हरि प्रसाद टम्टा - कुमा...
उदय शंकर का कुमाऊँ के पर्वतीय क्षेत्रों विशेष रूप से अल्मोड़ा से प्रेम ही था जो नृत्य सम्राट को अल्मोड़ा खींच लाया | अल्मोड़े में सन 1938 में मुंबई जैसी कोई आधुनिक सुविधायें नहीं थीं | Udayshankar ...
उत्तराखंड की मांगल गर्ल के नाम से विख्यात नंदा सती मूल रूप से सीमांत जनपद चमोली के पिंडर घाटी के विकासखंड नारायण बगड़ से संबंध रखती है। जो कि उनका पैतृक गांव भी है। उत्तराखंड की मांगल गर्ल - नंद...
यह रेलवे स्टेशन काठगोदाम शहर में स्थित है। काठगोदाम को कुमाऊँ का द्वार भी कहा जाता है, जो की शिवालिक पहाड़ियों के तलहटी में बसा है। Kathgodam Railway Station - History | Station Code | Nainital | ...
उत्तराखंड को तितलियों का घर कहा जाता है इसी लिए उत्तराखंड ने अपने राज्य प्रतीक चिन्हों में कॉमन पीकॉक तितली को राज्य तितली के रूप में शामिल किया है। ऐसा करने वाला उत्तराखंड भारत का दूसरा राज्य है...
केमू की स्थापना 1939 में 13 कम्पनियों को विलय कर एक निजी कम्पनी कुमाऊँ मोटर ओनर्स यूनियन लिमिटेड के रूप में हुई। स्वतंत्रता से पूर्व केमू लिमिटिड पहली एकमात्र कम्पनी थी Kumaon Motor Owners Union ...
9 नवम्बर 2015 में तत्कालीन जिलाधिकारी सविन बसंल व जिला उद्योग केन्द्र अल्मोड़ा में कार्यरत श्रीमती कविता भगत के सहयोग से नमिता जी ने "अल्मोड़ा ऐपण शिल्पकला स्वायत सहकारिता" का गठन किया गया जिसके ...
कुमाऊँ गढ़वाल में ब्रिटिश राज के 132 वर्षों के प्रशासन में जार्ज विलियम ट्रेल का नाम यहां पर अंग्रेजी राज के संस्थापक के रूप में इतिहास में अंकित है। George William Trail - Second Kumaon Commissi...
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
21 मार्च 2022 को श्री पुष्कर सिंह धामी जी को सर्वसम्...
उत्तराखंड के लोकगायक एवं उत्तराखंड के गांधी के नाम स...
उत्तराखंड से आकर बॉलीवुड की सिनेमा नगरी में अपनी अवा...
शेखर जोशी जी का जन्म अल्मोड़ा के ओलिया गांव, तहसील सो...
शहीद श्री देव सुमन का टिहरी रियासत के बमुण्ड पट्टी क...
ब्रिटिश कमिश्नरी में कमिश्नर सबसे शक्तिशाली प्रशासनि...
पवेंद्र सिंह कार्की का नाम उत्तराखंड के महान लोकगायक...
बिच्छू घास दुनिया के अधिकतर देशों में पाये जाने वाली...
बछेन्द्री पाल माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारती...
घुघुतिया त्यौहार को मकर संक्रांति भी कहा जाता है क्य...
‘जागर’ का शाब्दिक अर्थ जगाने से है, जब देव-आख्यानों ...
कालान्तर में सम्पूर्ण कुमाऊँ, विशेषतः पाली पछाऊँ और ...
किंवदंती है कि अज्ञातवास के दौरान पांडवों का पीछा कर...
नौटी की नन्दाराजजात का तथा अल्मोड़ा के नन्दा महोत्सव...
अनिल बेहद शांत स्वभाव व नाप तौल कर बोलने वाले व्यक्त...
गढ़वाली लोक साहित्य के पहले संग्रहकर्ता और लोकगीतों ...
अंग्रेज जब सिटौली के रास्ते शहर में प्रवेश कर रहे थे...
यह आंदोलन स्वतंत्रता से पूर्व का आंदोलन था। वन कानून...
चमोली जिले में कितनी तहसील है - वर्जतमान में चमोली ज...