18 मई 1901 को गढ़वाल जिले के मदनपुर गाँव में श्रीमती सावित्री देवी तथा श्री हरिदत्त धूलिया के घर जन्म लेने वाले भैरवदत्त ने मदनपुर तथा दोगड्डा के बाद बनारस में शिक्षा पाई थी। Bhairav Dutt Dhulia ...
उत्तराखण्ड में पत्रकारिता के अग्रणी नायक, निष्पक्ष और सिद्धान्तों पर आधारित पत्रकारिता की नींव रखने वाले स्वाधीनता प्राप्ति के प्रारम्भिक युग के पत्रकार। गोपेश्वर कोठियाल- आचार्य - जीवनी | युगवा...
मृणाल पाण्डे लेखक, सम्पादक, पत्रकार, कलाविद, मूर्ति शिल्पी, आगरा और ग्वालियर घरानों के हिन्दुस्तानी संगीत की संगीतज्ञ और दूरदर्शन की जानी-मानी हस्ताक्षर। मृणाल पाण्डे - जीवनी | जीवन परिचय | पत्रक...
उमेश डोभाल हिंदी पत्रकारिता का एक बहादुर और इमानदार चेहरा थे। उन्होंने बहादुरी से मौत को गले लगा लिया लेकिन माफियाओं के सामने कभी आत्मसमर्पण नहीं किया। Umesh Dobhal - Biography | Journalist | उमे...
बुद्धि बल्लभ पंत एक चिन्तक भी थे। आधुनिक सभ्यता की दौड़ में कुमाऊँ पिछड़ न जाये इसके समाधान के लिए उन्होंने तत्कालीन प्रबुद्धजनों को एकत्र कर 1870 में अल्मोड़ा में 'डिबेटिंग क्लब' नामक ...
लक्ष्मी देवी टम्टा उत्तराखण्ड की पहली दलित महिला स्नातक और संपादक। दलित पत्रकारिता के क्षेत्र में एक सशक्त हस्ताक्षर । लक्ष्मी देवी टम्टा - उत्तराखण्ड की पहली दलित महिला स्नातक | लक्ष्मी प्रसाद ट...
विश्वम्भर दत्त चन्दोला गढ़वाल में पत्रकारिता के पितामह। निर्भीक और स्वाभिमानी पत्रकार। बाल्यावस्था में अध्ययन में निरन्तर व्याघात सहते आगे बढ़े। मात्र सत्रह वर्ष की आयु में माता-पिता का साया उठ ग...
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
शहीद श्री देव सुमन का टिहरी रियासत के बमुण्ड पट्टी क...
21 मार्च 2022 को श्री पुष्कर सिंह धामी जी को सर्वसम्...
उत्तराखंड के लोकगायक एवं उत्तराखंड के गांधी के नाम स...
शेखर जोशी जी का जन्म अल्मोड़ा के ओलिया गांव, तहसील सो...
उत्तराखंड से आकर बॉलीवुड की सिनेमा नगरी में अपनी अवा...
बछेन्द्री पाल माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारती...
ब्रिटिश कमिश्नरी में कमिश्नर सबसे शक्तिशाली प्रशासनि...
अनुराधा निराला जी तब से उत्तराखंड की सुरीली आवाज से ...
पवेंद्र सिंह कार्की का नाम उत्तराखंड के महान लोकगायक...
बिच्छू घास दुनिया के अधिकतर देशों में पाये जाने वाली...
जटामांसी का पौधा एक फुट लम्बा होता है। इसके पत्ते दो...
गरम-गरम भट्ट का जौला को थाली में परोस कर व अलग से नम...
यह दो चार फुट ऊँचा क्षुप (Herb) है। काण्ड सरल और शाख...
अंग्रेजों के द्वारा पहला बंदोबस्त सन् 1815-16 के मध्...
मूल रूप से किसान परिवार में जन्मे भगवान धामी जी के ब...
पोखरियाल जी पहली बार कर्णप्रयाग वि. सभा निर्वाचन क्ष...
रुगड़ से बांस की पतली खपच्चियों से छलनी की तरह बना र...
कुमाऊँ में राष्ट्रीय विचारों को फैलाने व स्वाधीनता आ...
काशीपर नगर से कुंडेश्वरी की ओर जाने वाले मार्ग पर जह...
ये लोग बागेश्वर कपकोट, तेजम, पुंगराऊं, बरम तथा मुनस्...