आछरी ताल या अप्सरा ताल गढ़वाल मण्डल के टिहरी जनपद में 14,500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। यह रमणीक सरोवर चारों तरफ से पुष्प घाटी से घिरा हुआ है। Anchari Tal or apsara tal | आछरी ताल या अप्सरा ताल | ...
कुमाऊँ मंडल में सर्वाधिक झीलें नैनीताल जिले में है। कुमाऊँ मंडल की प्रमुख झीलें निम्न प्रकार है। नैनीताल, भीमताल, सातताल, नौकुचियाताल | कुमाऊँ के ताल, झीलें, सरोवर | उत्तराखंड के प्रमुख ताल, झीले...
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
शहीद श्री देव सुमन का टिहरी रियासत के बमुण्ड पट्टी क...
21 मार्च 2022 को श्री पुष्कर सिंह धामी जी को सर्वसम्...
उत्तराखंड के लोकगायक एवं उत्तराखंड के गांधी के नाम स...
शेखर जोशी जी का जन्म अल्मोड़ा के ओलिया गांव, तहसील सो...
उत्तराखंड से आकर बॉलीवुड की सिनेमा नगरी में अपनी अवा...
बछेन्द्री पाल माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारती...
ब्रिटिश कमिश्नरी में कमिश्नर सबसे शक्तिशाली प्रशासनि...
अनुराधा निराला जी तब से उत्तराखंड की सुरीली आवाज से ...
पवेंद्र सिंह कार्की का नाम उत्तराखंड के महान लोकगायक...
बिच्छू घास दुनिया के अधिकतर देशों में पाये जाने वाली...
रानीखेत हमेशा से ही अंग्रेजों और पर्यटकों का मुख्य क...
कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ जनपद में उसके मुख्यालय से 6...
उत्तराखंड में 2014 लोक सभा चुनाव, राज्य में 5 सीटों ...
नौढा कौतिक - उ.ख. के इस लोकोत्सव का आयोजन गढ़वाल मंड...
कहा जाता है कि मासी का सोमनाथ मेला कभी इस क्षेत्र मे...
Anusuya Prasad Bahuguna, born in Punyathirtha Anusuy...
श्री भजन सिंह की गढ़वाल के वैभवशाली अतीत के प्रति गह...
इनका मूल नाम लोकनाथ / लोकरत्न था। गुमानी पंत संस्कृ...
कालान्तर में सम्पूर्ण कुमाऊँ, विशेषतः पाली पछाऊँ और ...
झालीमाली का अर्थ है- सुन्दर, सजी-धजी दिखने वाली देवी...