हमरो कुमाऊँ हमछां कुमइयां हमरी छ य सब खेती-बाड़ी, तरई भाबर बण वोठन, घट गाड़ हमारा पहाड़ा-पहाड़ी, याँई हम पैद भयीं याँई रूला याँई छुटलिक नाड़ी।
भली तेरी जन्म भूमि कुमाऊँ पहाड़ा, के भल देखनी इति गध्यार यूँ गाड़ा, पर्वत बन मज बुरूशी फूलिछन, दूर देष जई बेरा बड़ी याद औंछा भली मेरी....
भूली निजान आपुण देश, हुलार-उकाव डाना रंगीला, नाचनै छीण बण, बसीला, पिंगई प्यौली, बुरूषी लाल, यों त्यर न्योली सुवा अगास
बेडू पाको बारमासा ओ नरैणा काफल पाको चैता। मेरि छैला।, रूणा-भूणा दिन आया ओ नरैणा पूजा म्यारा मैता, मेरी छैला।।, त्यारा खूटा काना बूड़ो ओ नरैणा म्यारा खूटा पीड़ा, मेरी छेला।
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
देवी भगवती मैया कोटगाड़ी की देवी मैया देवी भगवती मैय...
सुन ले दगडिया बात सूड़ी जा बात सूड़ी जा तू मेरी, हिरदी...
जल कैसे भरूं जमुना गहरी ठाड़ी भरूं राजा राम जी देखे। ...
शिव के मन माहि बसे काशी आधी काशी में बामन बनिया, आधी...
हाँ हाँ हाँ मोहन गिरधारी। हाँ हाँ हाँ ऐसो अनाड़ी चुनर...
सिद्धि को दाता विघ्न विनाशन होली खेले गिरजापति नन्द...
गोरी गंगा भागरथी को क्या भलो रेवाड़, खोल दे माता खोल ...
हरि धरे मुकुट खेले होली, सिर धरे मुकुट खेले होली-2, ...
हे रामधनी आंख्यु म छे तेरी माया रामधनी हिया म छे लाज...
कैले बांधी चीर, हो रघुनन्दन राजा। कैले बांधी गणपति ब...
एक दंत गज लम्बोदर है, सिद्धि करत विघ्न हरत पूजें गणप...
जोगी आयो शहर में व्योपारी -२ अहा, इस व्योपारी को भूख...
मुझे प्रेम की अमर पूरी में अब रहने दो अपना सब कुछ दे...
घुघुती बासुती, माम कां छ माल कोटी।, कि लालो, दुदु भा...
जहरूवा को मौनो हरूवे नैं जौंनो कस च्योल भौ रे उ मकैं...
हिट कौशिला मेरि गाड़ी में घुमि आली गरूड़ ला। गरूड़ लैना...
एक मोती दो हार, हीरा चमक रहो है, चमक रहो आधी रात, ही...
आ लिली बाकरी लिली | हीरा सिंह राणा | कविता | Aa Lile...
हिसालू की जात बड़ी रिसालू, जाँ जाँ ले जांछा उधेड़ी खां...