देवी का थान पतरिया नाचे,
ताथैय्या ताथैय्या होय, अम्बे धन तेरो। ॥ देवी का थान.......॥
खोलो केवाड़ चलो मठ भीतर,
दर्शन दे महारानी, अम्बे धन तेरो ।
पिहली माटी, गाय को गोबर,
चौका देहो पुराय, अम्बे धन तेरो ।
अक्षत चन्दन बेल की पाती,
तिलक देहो लगाय, अम्बे धन तेरो ।
मोतीचूर मगध के लड्डू,
छप्पन भोग लगाय, अम्बे धन तेरो ।
कंचन थाल, कपूर की बाती,
जगमग ज्योति जलाय, अम्बे धन तेरो ।
हर - हर पीपल द्वार बिराजे,
लाल ध्वजा फहराय, अम्बे धन तेरो ।
ब्रह्मा वेद पढ़े तेरे द्वारे,
शंकर ध्यान लगाय, अम्बे धन तेरो ।