Bolaa Bhai-Bandhoo Tumathain Hanoo Uttarakhand | बोला भै-बन्धू तुमथैं कनू उत्तराखण्ड चयेणू छ् | Narendra Singh Negi
He merii aankhyun kaa ratan | हे मेरी आंख्युं का रतन | Narendra Singh Negi Songs Lyrics | Garwali Songs Lyrics
Humra Pahadu Ki Nari | हमारा पहाडू की नारी | Narendra Singh Negi Songs Lyrics | Garhwali Songs Lyrics
Deharaadoon Vaalaa Hoon | देहरादून वाला हूँ | Narendra Singh Negi Songs Lyrics | Garhwali Songs Lyrics
Biiroo Bhadoo ku Desh Baavan Gadoo Ku Desh | बीरू भडू कु देश बावन गडू कु देश | Narendra Singh Negi | Narendra Sing Negi Songs Lyrics | Garwali Songs Lyrics
Daaliyon Naa Kaataa | डालियों ना काटा | Narendra Singh Negi Songs Lyrics | Garhwali Songs Lyrics
Dagadoo ni Raiaoo Sadaani Dagadyaa | दगड़ू नि रैणू सदानि दगड़्या | Narendra Singh Negi Songs Lyrics
क्या दिन क्या रात हेजी हो क्या दिन क्या रात कैन न नि बिंगी कैन नि जाणी मेरा मन की बात हे जी हो मेरा मन की बात हे जी हो क्या दिन क्या रात हेजी हो - लिरिक्स | नरेन्द्र सिंह नेगी | Kya Din K...
मालू ग्वीरालू का बीच खीनी सकीनी आहा, गोरी मुखडी मा हो लाल होंटडी जनि आहा, गोरी मुखडी मा हो लाल होंटडी जनि आहा मालू ग्वीरालू का बीच लिरिक्स | नरेन्द्र सिंह नेगी | Malu Gweralu Ka Beech Lyr...
मेरी डांडी कांठ्यूं का मुलुक जैली बसंत रितु मा जैई... बसंत रितु मा जैई...| Narendra singh negi | नरेन्द्र सिंह नेगी
तेरी सैंदाण समाळी सिराणा धरीं चा आँखा बूजी छौं सौंदिष्ट देखणू तोई । नरेंद्र सिंह नेगी | Teri saidaan | Narendra Singh Negi
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
देवी भगवती मैया कोटगाड़ी की देवी मैया देवी भगवती मैय...
सुन ले दगडिया बात सूड़ी जा बात सूड़ी जा तू मेरी, हिरदी...
जल कैसे भरूं जमुना गहरी ठाड़ी भरूं राजा राम जी देखे। ...
शिव के मन माहि बसे काशी आधी काशी में बामन बनिया, आधी...
हाँ हाँ हाँ मोहन गिरधारी। हाँ हाँ हाँ ऐसो अनाड़ी चुनर...
सिद्धि को दाता विघ्न विनाशन होली खेले गिरजापति नन्द...
गोरी गंगा भागरथी को क्या भलो रेवाड़, खोल दे माता खोल ...
हरि धरे मुकुट खेले होली, सिर धरे मुकुट खेले होली-2, ...
हे रामधनी आंख्यु म छे तेरी माया रामधनी हिया म छे लाज...
कैले बांधी चीर, हो रघुनन्दन राजा। कैले बांधी गणपति ब...
Keishe Kah Doon In Saalon Men | कैसे कह दूँ, इन सालो...
पूर्वत-पहाड़, भ्योल-भाड़, डाँडा-काँठा स्वर्ग समान मै...
प्यारा, भज भक्तन के हितकारी सिरी कृष्ण मुरारी हाँ हा...
दाज्यू, कूंछी के नि हुन हर बात पै कूंछी के नि हुन। क...
रहौट की तान गीता ओ गीता त्वैकैं ऊण पड़ल मड्वा रोटो सि...
हे मेरे प्रदेश के वासी, छा जाती वसन्त जाने से जब सर्...
इजुकी नराई लागैलि, म्यार आँसू घुरी आल मेरि मैतै ह्यू...
गुमानी जी की यह कविता उन्होने अपने गांव गंगोलीहाट के...
सिलगड़ी का पाला चाला ओ बांजा झुप्रयाली बांजा। कंलू फू...