तेरी सैंदाण समाळी सिराणा धरीं चा
आँखा बूजी छौं सौंदिष्ट देखणू तोई ।
तेरी अनमनी अंवार आँख्यूंमा ग्वड़ींचा
आँखा बूजी मनि मन छौं जपणू तोई।
बोटी माया पैलुड़ा छौं मैं सांगो बणौणु
बाटु हेरी तै छाला घुण्डौं हिटिकी छौं औणू
आज वार के पार धाकना धरीं चा। तेरी सैंदाण.....
छोड़ि घर ब्वे बाब्वी ओड़-आड़ त्वे खुणी
तोड़ि रिस्ता नातौंकि घेरबाड़ त्वे खुणी
तेरि मायाम मूण अछाणा धरीं चा। तेरी सैंदाण.....
रौंला दूर दून्या से छौंला छनी बणू मा
प्योंला पाणि छोयोंकु स्योंला मुरेठा मंन्दरौंमा
कण्डी कोदाळ्यूं परोठ छांछिन भोरीं चा। तेरी सैंदाण.....
आणा मैणोमा कटला लम्बी छूंदी कि रात
आँखि आँख्यूंल बिंगला एक हैंकैकि बात
आँखि मायाल जिकुड़ी छुयूंल भोरीं चा। तेरी सैंदाण.....
नरेंद्र सिंह नेगी