Folk Songs


    बन्दूकी को बान दादू पतरौला

    बन्दूकी को बान दादू पतरौला,
    यथ लाये मन चित पतरौला
    उथ लाये कान दादू पतरौला।
    मुनड़ी नगन भुलू पारपती,
    त्यर दिला कस हेलो पारपती
    मैं नैं रै सगन भुलू पारपती।
    कुटेली को बीन भुलू पारपती,
    नाचि ल्हिय खेलि ल्हिय पारपती।
    बरसी को दीन भुलू पारपती।
    मुरली मुरेद दादू पतरौला,
    दुख छाड़ी दुख हैजो पतरौला
    नैं ल्हिया कुरेद दादू पतरौला।


    हिंदी अनुवाद

    बंदूक की नाल, भाई पतरौता
    इधर लगाना मन चित्त, पतरौला
    उधर लगाना कान, भाई पतरौला।
    मुंदरी में नग नहीं, बहन पार्वती,
    तुम्हारा दिल कैसा होगा, पार्वती।
    मैं तुम्हारे बिन नहीं रह सकता , बहल पार्वती।
    छोटी कुंदाल का हत्था, बहन पार्वती
    नाच लो, खेल लो, पार्वती
    वर्ष भर के दिन, बहन पार्वती।
    म्ुरली के मुंह पर लगा लकड़ी का गिट्टा भाई पतरौला,
    दुखों पर दुख ही क्यों न बढ़ते जाएं, पतरौला
    चिन्ता कभी न करना, भाई पतरौला।

    Leave A Comment ?

    Popular Articles

    Also Know