Folk Songs


    कामिनी भर भर मारत रंग

    कामिनी भर भर मारत रंग,
    भर भर मारत रंग कामिनी
    भर पिचकारी ऐसी मारी,
    भीग गई मैं तो सारी सारी । कामिनी भर भर....
    अबीर गुलाल के थाल भरे हैं,
    केशर रंग छिड़काई -2। कामिनी भर भर....
    मुट्ठी भर अबीर नयन बीच डारी,
    झाड़त झाड़त होरी होरी। कामिनी भर भर....
    दौड़ के पकड़ो हाथ न आये,
    झाड़िन में छुप जात-जात। कामिनी भर भर....

    Leave A Comment ?

    Popular Articles

    Also Know