कामिनी भर भर मारत रंग,
भर भर मारत रंग कामिनी
भर पिचकारी ऐसी मारी,
भीग गई मैं तो सारी सारी । कामिनी भर भर....
अबीर गुलाल के थाल भरे हैं,
केशर रंग छिड़काई -2। कामिनी भर भर....
मुट्ठी भर अबीर नयन बीच डारी,
झाड़त झाड़त होरी होरी। कामिनी भर भर....
दौड़ के पकड़ो हाथ न आये,
झाड़िन में छुप जात-जात। कामिनी भर भर....