पूर्वत-पहाड़, भ्योल-भाड़, डाँडा-काँठा स्वर्ग समान
मै-बाबूँलै लाल चड़ा, स्यैंणिल दे चर्योक दान
भारता्क गौरव छना, कारगिला्क शहीद जवान्।
तोप, गोला, बम, ग्रनेड,
जनूल झेलौ छाती में,
सैकणों दुश्मन मारीं।
फिरि स्ये गई मै माटी में।
बैंणिल दे लाड़िल भाई, भाईल दे भाड़ जवान
मै-बाबूँलै लाल चड़ा, स्यैंणिल दे चर्योक दान
भारता्क गौरव छना, कारगिला्क शहीद जवान्।
धन्य धन्य ऊं माईक लाल
जो मरि बेर लै हई अमर
डाँना-काँनों कैं रौंदि-रौंदि,
जनूंल तोड़ी दुश्मणैं कमर।
धुरी देशक आन-बान और धरी तिरंगकि शान
मै-बाबूँलै लाल चड़ा, स्यैंणिल दे चर्योक दान
भारता्क गौरव छना, कारगिला्क शहीद जवान्।
युग-युगों तक रौला बीरो,
तुम अमर, बलिदान अमर
दि जलूंनै, फूल चडूनै
रौल तुमुंकै, देश तुमर।
तुम चम्कनै रौला हमेशा, ज्यूंति-ता्र सूरज समान
मै-बाबूँलै लाल चड़ा, स्यैंणिल दे चर्योक दान
भारता्क गौरव छना, कारगिला्क शहीद जवान्।