मलत मलत नैना लाल भये सखी डारो नयन में गुलाल
बय्यां मोरे डारो नयन में गुलाल
मैं जो गयी थी बागों घुमन को हाँ बागों घुम को
दय्या मोपे माली की नजर पड़ी। मलत-मलत .....
मैं जो गयी थी घाटों घुमन को हाँ घाटों घुमन को
दय्या मोपे धोबी की नजर पड़ी। मलत-मलत .....
मैं जो गई थी सड़कों घुमन को हाँ सड़कों घुमन को
सखी मोपे मुन्शी की नजर पड़ी। मलत-मलत .....
मैं जो गई थी मंदिर घुमन को हाँ मंदिर घुमन को
दय्या मोपे पुजारी की नजर पड़ी। मलत-मलत .....
लाल भये सखी डारो नयन में गुलाल।