तट यमुना के तीर कदम चढ़ि
तट यमुना के तीर कदम चढ़ि कान्हा बजाई गयो बांसुरिया
कान्हा बजाई गयो बांसुरिया सखि, श्यामा बजाई गयो बांसुरिया
काहे की तेरी बाँस मुरलिया, काहे को तेरो बीन कदम चढ़ि
कान्हा बजाई गयो बांसुरिया,
तट यमुना......
हरे बाँस की बाँस मुरलिया, सोने के मेरो बीन कदम चढ़ि
कान्हा बजाई गयो बांसुरिया,
तट यमुना.....
कै स्वर की तेरी बाँस मुरलिया, कै स्वर को तेरो बीन, कदम
चढ़ि कान्हा बजाई गयो बांसुरिया,
तट यमुना.......
एक स्वर की मेरी बाँस मुरलिया, दो सुर के मेरो बीन कदम
चढ़ि कान्हा बजाई गयो बांसुरिया, तट यमुना......
कहाँ बुलावन बाँस मुरलिया, कहाँ रिझावन बीन कदम चढ़ि
कान्हा बजाई गयो बांसुरिया,
गोपियन बुलावन बाँस मुरलिया, राधा रिझावन बीन
कदम चढ़ि कान्हा......
तट यमुना के तीर कदम चढ़ि कान्हा बजाई गयो बाँसुरिया।