मोपति राखो आज हरी
कौरव पाण्डव जूवा भयो है
बार अठार की बाजि धरी, मोपति ।।
कौरव पाण्डव जूवा भयो है
चौपड़ बीच में राखिधरी, मोपति ।।
जैता हारो हस्तिनागढ़ हारो
खेलत चौंसर हार पड़ी, मोपति।।
द्रोपदी चीर उतारि धरी, मोपति
रानी दुरोपति बीच सभा में
खेंचत खेंचत चीर बढ़ी, मोपति ।।