Folk Songs


    टेपुलिया राया

    हे.........
    टेपुलिया राया
    छनमन दाया
    चंवली को साया
    टादि गड़ो बाया
    च्याल् वालों का च्याल जी रून
    भाय वालों का भाया।
    हे....
    त्यारा पिछा लागि रयूं
    न टोड़िये माया।
    तेरि जसी सूरती का,
    मैलें कैं नैं पाया।
    टुफरि को घाम लाग्यो,
    नैं पानी नैं छाया।
    त्वे कैकी लालुरि लागी,
    मैं छ तेरी माया।
    ओहो मैं छ तेरि माया पिपल की छाया छ।
    चार् पिपला पात पिपल की छाया छ।
    पोरा बेरा बटी मधुलि में माया छ।


    हिंदी अनुवाद


    ऐहे.........
    तोड़ खाने लायक लाई
    दही है पर्याप्त
    भीगे पीसे चावलों का हलुवा
    आधा खेत जोत लिया
    बेटे वालों के बेटे जीते रहें
    भाई वालों के भाई।
    हे.....
    प्रिये, तुम्हारे पीछे लगा हुआ हूं,
    तुम प्रीति न तोड़ देना।
    तुम्हारी जैसी सूरत के,
    मैंने कहीं नहीं पाए।
    दोपहर की धूप लग गई है
    न पानी है, न छाया।
    न जाने तुम्हे किसकी लालसा लगी,
    मुझे तो है तुम्हीं से प्रेम
    ओहो, मुझे तो है तुम्ही से प्रेम पीपल की छाया है।
    चार पीपल के पत्ते, पीपल की छाया है।
    पिछले वर्ष से ही मधुली के प्रति प्रीति है।

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