एक अहोरात्र (दिन-रात) चलने वाला यह देवस्थलीय उत्सव कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ जनपद में उसके मुख्यालय से 35 कि. मी. दक्षिण में पिथौरागढ़-चम्पावत राजमार्ग पर सरयू एवं पूर्वी रामगंगा के संगम के निकट सरयू से थोड़ी दूर पर स्थित शिवालय में मकरसंक्रान्ति को मनाया जाता है। इसमें लोग रात्रि को अलाव जलाकर उसके आसपास लोकगीतों तथा लोकनृत्यों का भरपूर आनन्द लेते हुए उत्सव मनाते हैं। प्रात:काल सरयू के संगम पर पवित्र स्नान करके तथा शिवालय में भगवान् शंकर की पूजा-अर्चना करके घरों को जाते हैं। अन्यत्र आवश्यक वस्तुओं के सुलभ हो जाने से अब मेले में इनका क्रय-विक्रय बहुत सीमित मात्रा में ही होता है। कुछ समय पूर्व तक रात्रि के समय सरयू में दीपदान का आयोजन भी हुआ करता था, किन्तु अब यह परम्परा भी क्षीण हो चुकी है।
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