धागुले हाथों में पहना जाने वाला थोड़ा वजनी आभूषण है। एक समय यह कुमाऊँ की महिलाओं का प्रिय और प्रसिद्ध आभूषण हुआ करता था। प्रायः यह कड़ा या चूड़ी के आकार का होता है। यह आभूषण चांदी के मोटे ठोस कड़े होते है। इनका वजन दो सौ ग्राम से पांच सौ ग्राम तक रहता हैं। धागुले आब प्रचलन में नहीं हैं।
नवजात बालक और बालिका के नामकरण संस्कार के बाद भी ये बच्चों को पहनाया जाता है। बच्चों के धागुले चाँदी से निर्मित होते है और चूड़ी के सामान होते है। बच्चों के धागुले में हलकी कारीगरी और पायल लगाये जाते है जो बच्चों के हाथ हिलने में बजते हैं।