KnowledgeBase


    बनवारी लाल जोशी

    Banwari Lal Joshi

    बनवारी लाल जोशी

    जन्म27 मार्च, 1957
    जन्म स्थानजिला नागौर, राजस्थान
    शिक्षाएल.एल.बी.
    पेशाभारतीय पुलिस सेवा
    मृत्यु22 दिसम्बर, 2017

    बनवारी लाल जोशी का जन्म ग्राम छोटी खाटू, जिला नागौर, राजस्थान में 27 मार्च 1936 को हुआ। बनवारी लाल जोशी एक भारतीय प्रशासक, आई.पी.एस. अधिकारी और राजनीतिक शख्सियत थे, जिन्होंने कई भारतीय राज्यों के राज्यपाल के रूप में कार्य किया है। जोशी जी अपनी राजनीतिक समझ के लिए पूरे देश में जाने जाते थे। ( B. L. Joshi Former Governor of Uttarakhand Biography )


    शिक्षा


    बीएल जोशी ने स्कॉटिश चर्च कालेज, कोलकाता से स्नातक किया। उसके बाद विधि महाविद्यालय, कोलकाता से विधि में स्नातक किया।


    करियर


    बीएल जोशी कैरियर की शुरुआत 1957 में राजिस्तान पुलिस सेवा में पुलिस अधिकारी के रूप में हुई। 1962 में वो दिल्ली आ गए।


    लंबे सेवा करियर के दौरान, जोशी ने गृह मंत्रालय सहित विभिन्न प्रशासनिक पदों पर काम किया। ग्रह मंत्रालय में प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री और इंदिरा गांधी के साथ कार्य किया। जोशी जी इस्लामाबाद और लंदन में भारतीय उच्चायोगों के साथ, और वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के साथ भी काम किया। उन्होंने 1991 में भारतीय पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और सामाजिक कार्यों में शामिल हो गए।


    जोशी 1993 में संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए, जहां उन्होंने दो बड़ी अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनियों के साथ काम किया और कैलिफोर्निया में स्थित एक गैर सरकारी संगठन के कार्यकारी निदेशक के रूप में भी काम किया, यह संगठन भारत में उज्ज्वल और जरूरतमंद छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करता है।


    मार्च 2000 में अमेरिका से लौटने पर, जोशी को राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया, जो एक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के समकक्ष पद था, जहाँ उन्होंने चार साल तक काम किया।



    राज्यपाल का पद


    उन्होंने 9 जून 2004 को दिल्ली के उपराज्यपाल का पद ग्रहण किया और अप्रैल 2007 में मेघालय के राज्यपाल नियुक्त होने पर इस जिम्मेदारी को त्याग दिया। अक्टूबर 2007 में, उन्हें उत्तराखंड राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया गया। उन्होंने 28 जुलाई 2009 को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी।


    17 जून 2014 को उन्होंने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया।


    समाजसेवी के रूप में


    जोशी ने भारत और विदेशों में बड़े पैमाने पर यात्रा की है। उन्होंने सामाजिक कार्यों में गहरी रुचि ली और कई समाज सेवा समूहों और एजेंसियों से भी जुड़े रहे।


    मृत्यु


    वॉल्व में इंफेक्शन के कारण उन्हें एम्स की कार्डियो क्रिटिकल केयर यूनिट, दिल्ली में भर्ती किया गया था। जहाँ सेप्टिक शॉक की वजह से 22 दिसम्बर 2017 को उनका निधन हो गया।

    Leave A Comment ?