पवनदीप राजन | |
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जन्म | जुलाई 27, 1996 |
जन्म स्थान | चम्पावत |
पिता | श्री सुरेश राजन |
माता | श्रीमती सरोज राजन |
व्यवसाय | गायक |
शिक्षा | सनातक |
उत्तराखंड के पवनदीप राजन ने पहाड़ी गाने गाकर उत्तराखंड के लोगों को अपना दीवाना तो बाया ही साथ में अपनी इसी जादू भरी आवाज के कारण वह एंड टीवी के शो 'द वॉइस इंडिया' के विजेता भी रह चुके हैं। पवनदीप राजन ने अपनी आवाज से उत्तराखंड का नाम सबकी जुबां पर ला दिया है। पवनदीप राजन उत्तराखंड की पहली लोक गायिका स्वर्गीय कबूतरी देवी के नाती है और साथ ही इनके पिता भी उत्तराखंड के लोक गायक है।
पवनदीप कई बॉलीवुड, मराठी, पहाड़ी, क्षेत्रीय कुमाउनी और गढ़वाली लोकगीतों को अपनी आवाज दे चुके है और साथ ही भारत और विदेशों में अभी तक 1200 से ज्यादा स्टेज शो कर चुके है। Pawandeep Rajan Biography
बचपन
प्रसिद्ध कुमाऊंनी लोकगायक सुरेश राजन के बेटे पवनदीप का जन्म 27 जुलाई 1996 उत्तराखंड के चम्पावत जिले में हुआ था। पवनदीप ने अपनी प्राथमिक शिक्षा यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, चंपावत से पूरी की। उन्होंने कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल से स्नातक किया। बचपन में ही उनकी रुचि संगीत में थी और उनकी इसी रुचि को देखते हुए उनके पिता ने उन्हें संगीत में ट्रेनिंग देनी शुरू की। उनके घर का मौहोल भी संगीत से जुड़ा हुआ था इसलिए उन्हें इस माहौल का फायदा मिला और दिनप्रति दिन वह अच्छे सिंगर बनते चले गए। पवन को गिटार, कीबोर्ड, तबला, पियानो के साथ-साथ ढोलक जैसे कई संगीत वाद्ययंत्र बजाना भी पसंद है।
वर्ष 1998 में जब पवनदीप राजन की उम्र मात्र दो साल की थी, तभी से इसकी अंगूलियां तबले पर थिरकने लगी थी। उस वर्ष चम्पावत में आयोजित कुमाऊँ महोत्सव में पवनदीप राजन ने अपना स्टेज कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए अपनी अद्भुत व विलक्षण प्रतिभा का एहसास दर्शकों को करा दिया था। आज पवनदीप राजन को राष्ट्रीय चैनल के माध्यम से अपनी प्रतिभा का जलवा बिखेर रहे है परन्तु ये कम ही लोग जानते है कि पवनदीप राजन छोटी उम्र से ही राष्ट्रीय चैनल दूरदर्शन और जी टीवी पर उसके तबला वादन की प्रतिभा दिखा चुके हैं। आकाशवाणी अल्मोड़ा ने भी पवन के तबला वादन का कार्यक्रम प्रसारित किया गया था। अक्टूबर 2000 में नैनीताल में सम्पन्न कुमाऊँ महोत्सव में नन्हे तबला वादक की प्रस्तुति पर प्रदेश के राज्यपाल भी मंत्रमुग्ध हो गये और उन्होंने 11 हजार रुपये इनाम में देने की घोषणा की थी।
करियर
पवनदीप राजन ने डेढ़ साल की उम्र में अचानक थाली पर दादरा की ताल बजाई थी और दो साल की उम्र में तबला वादन शुरू कर दिया था। पवनदीप की प्रतिभा देखकर कल्पना चौहान के पति राजेंद्र चौहान ने उन्हें अपनी एक एलबम में ब्रेक दिया। उत्तराखंड में उनका गाना मेरी माया बांद काफी पॉपलुर हुआ था।
बॉलीवुड में जलवा
पवनदीप राजन फिल्म निर्माता निर्देशक प्रहलाद निहलानी, गायक सोनू निगम, अदनान सामी समेत फिल्म अभिनेता गोविंदा, बॉबी देओल सहित कई नामचीन हस्तियों के साथ काम कर चुके हैं। अपनी आवाज से बॉलीवुड के प्रसिद्ध सिंगर्स को लुभा चुके पवनदीप राजन शो 'द वाइस इंडिया' में सिंगर शान की टीम में थे। शो 'द वाइस इंडिया' में पहले चरण के ब्लाइंड राउंड में पवनजीत राजन ने चारों जज मीका, शान, सुनिधि चौहान और हिमेश रेशमिया का दिल जीता और दूसरे राउंड में सिंगर शान की टीम में शामिल हुए। Pawandeep Rajan Biography
पवनदीप राजन शो 'द वाइस इंडिया' के विजेता तो बने ही साथ में उन्हें पचास लाख रुपये और एक कार भी ईनाम में मिली। इसके अलावा एक एल्बम के गाने का करार भी हुआ है। इतनी कामयाबी छोटी सी उम्र में कम नहीं होती। पवनदीप की कामयाबी के लिए पूरे उत्तराखंड से उसके लिए दुआए और मन्नते मांगी गई थी। युवाओ ने तो उसके गृह जनपद चम्पावत एस. एम. एस. की मुहीम ही चला रखी थी।
पवनदीप राजन अभी इंडियन आइडल में अपनी मधुर आवाज से जजों के साथ हम सभी का दिल जीत रहे है। सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविज़न में 28 नवम्बर 2020 को शुरू हुए इंडियन आइडल का यह 12वां सीज़न है, जिसके जज हिमेश रेशमिया, विशाल ददलानी और नेहा कक्कड़ है और इसकी मेजबानी कर रहें है उदित नारायण के बेटे आदित्य नारायण। पवनदीप के प्रदर्शन से प्रभावित होकर मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी वीरेंदर सहवाग भी उनके प्रशंसक बन गए है उन्होंने पवनदीप राजन के गायन का एक छोटी सी क्लिप के साथ ट्वीट करके लिखा कि "छोटे शहरों में इतनी प्रतिभा है, उन्होंने आगे लिखते हुए कहा कि गायक कमाल का है।"
सम्मान
पवनदीप राजन को उत्तराखंड सरकार द्वारा यूथ एम्बेसडर के रूप में सम्मानित हो चुके है।
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